माटीकला

संक्षिप्त परिचय

प्रदेश में मिट्टी का कार्य करने वाले कारीगरों एवं शिल्पियों के व्यवसाय में वृद्धि करने, तत्सम्बन्धित कलाकारों की परम्परागत कला को संरक्षित और सम्वर्धित करते हुए उनकी समाजिक सुरक्षा, आर्थिक सुदृढ़ता एवं तकनीकी विकास को बढ़ावा देने व विपणन आदि की सुविधा उपलब्ध कराने तथा परम्परागत उद्योगों को नवाचार के माध्यम से संरक्षित एवं संवर्धित करते हुए अधिकाधिक लोगों को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ”उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड” को एक स्वशासी निकाय के रूप में गठित किया गया है।

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नवीनतम घोषणाएं/ सूचनाएँ    

  • मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना 2023-24 से संबधित आवेदन पत्रों के डाटा एंट्री का कार्य दिनाक 25/04/2024 तक सभी जनपद के अधिकारी अवस्य पूर्ण करें |
  • प्रदेश में माटी कला का कार्य कर रहे परंपरागत कारीगरों के चिन्हीकरण का कार्य जिला ग्रामोद्योग कार्यालय द्वारा कराया जा रहा है, कृपया संपर्क करे।

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