माटीकला विपणन विकास सहायता एवं प्रचार प्रसार योजना

माटीकला विपणन विकास सहायता एवं प्रचार प्रसार योजना उद्योग के क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर अधिकाधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से माटीकला उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रचार-प्रसार करना तथा विपणन की समुचित व्यवस्था किया जाना अपेक्षित है, जिससे कारीगरों/शिल्पियों को पर्याप्त आर्थिक लाभ मिल सके। माटीकला के उत्पादों के विपणन में सहयोग प्रदान करने, मिट्टी के उत्पादों के प्रयोग को बढ़ावा देने तथा उसके हित-लाभ से जन-जन को अवगत कराने हेतु ' माटीकला विपणन विकास सहायता एवं प्रचार -प्रसार योजना' संचालित की जा रही है, जिसके अन्तर्गत निम्नवत कार्यक्रमों/गतिविधियों का संचालन किया जाता है।

  • उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड एवं खादी आयोग की संस्थाओं के माध्यम से माटीकला के उत्पादो के विपणन में सहयोग प्रदान करना।
  • उ0प्र0 माटीकला बोर्ड द्धारा शिल्पियों हेतु विभिन्न स्थानीय /प्रान्तीय /राष्ट्रीय मेलों एवं प्रदर्शनियों में माटीकला के उत्पादों के विपणन हेतु स्टाल प्राथमिकता पर आवंटित किये जाने की संस्तुति सम्बन्धित विभाग/संस्था से किया जाना।
  • ऑनलाइन विपणन करने वाली कम्पनियों के माध्यम से माटीकला के उत्पादों का विपणन कराये जाने हेतु उ0प्र0 माटीकला बोर्ड द्धारा संस्तुति किया जाना।
  • माटीकला-उत्पादों के विपणन हेतु संगोष्ठी/सेमिनार एवं क्रेता-विक्रेता सम्मेलन आदि का आयोजन कराया जाना।
  • प्रदेश के समस्त जिलों में प्रमुख स्थानों पर माटीकला के उत्पादों की उपयोगिता एवं बोर्ड द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के सूचनार्थ होर्डिगं/बोर्ड लगवाया जाना|
  • माटीकला के उत्पादों की उपयोगिता एवं बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के सूचनार्थ विज्ञापन फिल्में बनवाकर, विभिन्न कार्यक्रमों, समारोहों, प्रदर्शनियों आदि में प्रसारित कराना|
  • प्रिण्ट मीडिया एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से प्रचार -प्रसार कराना, इत्यादि|।